पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन, दोपहर तक सिवाना कस्बा रहा बंद, सीएम के नाम दिया ज्ञापन।
सिवाना कस्बे में लंबे समय से पानी की मांग को लेकर आज दूसरी बार "पानी नहीं तो वोट पानी नहीं" संघर्ष समिति के द्वारा कस्बे के बस स्टैंड पर तहसील कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन किया, वही आज संघर्ष समिति की ओर से दोपहर तक कस्बा बंद रहा। संघर्ष समिति के बैनर तले हुए धरना प्रदर्शन में सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल भी मौजूद रहे।
शाइन टुडे@ सिवाना न्यूज़: सिवाना कस्बे में पिछले करीब 5 वर्षों से चली आ रही पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने "पानी नहीं तो वोट नहीं " संघर्ष समिति का गठन कर पानी के लिए मांग उठाई जिसको लेकर कस्बे वासियो द्वारा पानी आज सिवाना उपखण्ड अधिकारी प्रमोद सिरवी के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। वही तहसील कार्यालय के आगे पहुंचे उपखंड अधिकारी ने सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल सहित ग्रामीणों से वार्तालाप कर पानी की समस्या हेतु आगे विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाकर तुरंत ही समाधान करवाने की बात कही। वहीं पानी की समस्या को लेकर महिलाओं सहित कस्बे वासियों में भारी रोष देखने को मिला साथी धरना प्रदर्शन पर पहुंची महिलाओं ने तहसील कार्यालय के आगे मटकी फोड़ कर अपना प्रदर्शन जताया। संघर्ष समिति की ओर से दिए गए ज्ञापन में बताया कि सिवाना क्षेत्र में विगत करीब 5 वर्षों से भंयकर पानी की किल्लत बनी हुई है । जिससे करके वासियो को पर्याप्त पानी उपलब्ध नही हो पा रहा है।
वही पोकरण - फलसूण्ड -बालोतरा - सिवाना जल परियोजना का कार्य जल्द पूरा करने की मांग की गई थी । साथ ही कहा कि उक्त कार्य पूरा होने तक वैकल्पिक रूप से इसी परियोजना से 10 किलोमीटर छोटी पाईपलाईन लगाकर पानी सप्लाई करने की मांग की गई थी ।
वही संघर्ष समिति के बैनर तले सिवाना कस्बे के सभी कस्बे वासियो द्वारा व्यापक रूप से "पानी नही तो वोट नहीं" के अभियान के तहत पोस्टकार्ड व सोशल मीडिया ( ट्वीट व इ मेल ) के मार्फत अभियान चलाकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी महोदय जयपुर को भेजकर अवगत करवाया जा चुका है।
वही संघर्ष समिति की ओर से ज्ञापन में बताया कि
कस्बे सहित क्षेत्र का भूजल स्तर रसातल पंहुच जाने के कारण जलदाय विभाग , सिवाना द्वारा खुदवाई हुई सभी टयूबवेलो में पानी का स्तर लगभग समाप्त हो गया है। वही हाल ही में राज्य सरकार द्वारा सिवाना कस्बे की पानी की भंयकर समस्या को देखते हुए 5 नई टयूबवैल खुदवाने के लिए 62 लाख रू . का बजट स्वीकृत किया है लेकिन क्षेत्र में भूजल स्तर समाप्त हो चुका है ऐसी स्थिति में सरकारी उक्त राशि टयूबवैल खुदवाने में व्यय करना उचित नही रहेगा ।
वही बताया की उक्त स्वीकृत राशि 62 लाख रू से नई टयूबवैल नही खुदवा कर राशि को पोकरण - फलसूण्ड बालोतरा - सिवाना जल परियोजना से वैकल्पिक पाईप जल लाईन सिवाना कस्बे तक पंहुचाने में व्यय की जाए तो सार्थकता रहेगी व जनता को शीघ्रतशीघ्र राहत प्रदान होगी ।
वही पानी की मांग को लेकर पानी नहीं तो वोट नहीं संघर्ष समिति की मांग पर कार्यवाही नही की गई तो संघर्ष समिति के बैनर तले सभी कस्बे वासियो द्वारा 06 फरवरी को अनिश्चित कालिन सिवाना करवा बन्द व धरना प्रर्दशन किया जाएगा साथ ही आगामी पंचायती राज चुनाव 2020 का बहिष्कार किया जाएगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी प्रशासन और सरकार की रहेगी।