किटनोद में गोगाजी मेला सम्पन्न, चारदीवारी का हुआ शिलान्यास
किटनोद/बालोतरा।
जिले के निकटवर्ती गांव किटनोद में हर वर्ष की भांति भाद्रपद गोगानवमी को विशाल जागरण व मेला आयोजित किया गया। मंदिर को फूल मालाओं से सजाया गया। जिसमें जिले भर के अलग अलग गांवों से सैकड़ों श्रद्धालुओं पहूंचे। सरपंच प्रतिनिधि नरेन्द्र सिंह ने बताया कि मेले में बिजली,पानी और छांव के पांडाल की व्यवस्था की गई। भजन गायक नारायणराम माजीराणा, भंवरलाल, अनिता सिसोदिया, जितेन्द्र, शिवम आदि ने भजनों की प्रस्तुति दी। श्रृद्धालुओं ने पांडाल में भजनों व मेले का आनंद लिया। मेले में हाट बाजार, झूले व घरेलू सामान की दुकानें लगी, जिसमें बच्चों, महिलाओं व पुरुषों ने खरीददारी की। पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी की अध्यक्षता में मेला आयोजित किया गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि श्रृद्धा,आस्था व विश्वास का एकमात्र तीर्थ स्थल है। गोगाजी के चमत्कार व श्रृद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब धर्म के प्रति सच्ची श्रद्धा और भक्ति का संदेश है। पूर्व विधायक मदन प्रजापत विशिष्ट अतिथि के रूप शामिल हुए। पूर्व विधायक ने कहा कि मेरे में श्रृद्धालुओं को गोगानवमी की बधाई एवं संपूर्ण क्षेत्र में सुख समृद्धि और शांति बनी रहें। वहीं मेले में व्यवस्थाओं की सराहना की।
मेला स्थल पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ व गोगाजी के मंदिर में नारियल व प्रसाद चढ़ाकर पूजा अर्चना करते हुए परिवार व क्षेत्र में खुशहाली की कामना की। भगवत सिंह जसोल ने कहा कि भगवान आप पर मेहरबान है। कई दिनों से लगातार बरसात हो रही है। राम राजी है लेकिन राज रूठ गया है। उम्मीद है कि राज भी आप पर मेहरबान रहें।
गौगाजी के चौक में चारदीवारी के लिए ग्रामीणों की पिछले लंबे समय से मांग थी। मेला चौक के चारों चारदीवारी बने जो पिछले वर्ष पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी घोषणा करके गए और इस वर्ष उनके कर कमलों से शिलान्यास किया गया। मंदिर के चारों से अवैध अतिक्रमण को रोकने व मंदिर परिसर में फ़ैल रही गंदगी से छुटकारा मिल सके। सरकार ने मेला स्थल की चारदीवारी की स्वीकृति दे दी। शिलान्यास होने पर ग्रामीण खुश नजर आए व धन्यवाद दिया।
इस दौरान अमराराम चौधरी पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक मदन प्रजापत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। भगवत सिंह जसोल, गोविंद सिंह खारवाल, ठाकुर विरेन्द्र करण सिंह विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर हरनाथ सिंह, अखाराम पटेल, आत्माराम भील, कस्तुराराम नामा, वली खां, बाबुलाल माली, हरकू देवी, शंकरराम प्रजापत, हस्तीदास, गोपाल सिंह कोटेचा, अम्बाराम देवासी, गायत्री कुमारी,सुरजाराम सुथार, सकूर खां, घेवरराम नामा आदि ग्रामीण उपस्थित रहें। सज्जन सिंह ने मंच संचालन किया।