शाइन टुडे/सिवाना।
"मानव सेवा ही परम धर्म है" — इस मूलमंत्र को चरितार्थ करते हुए सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने शनिवार को एक असहाय मानसिक रोगी को 15 वर्षों की जंजीरों से मुक्ति दिलाकर मानवता की अनूठी मिसाल पेश की।
ट्विटर पर करमीराम देवासी (सांचौर) द्वारा की गई पोस्ट के माध्यम से सूचना मिली कि सिवाना क्षेत्र के हरमलपूरा गांव (ग्राम पंचायत पादरडी कला) में कैसाराम पुत्र सुझाराम देवासी नामक मानसिक रोगी को बीते 15 वर्षों से जंजीरों में बांधकर रखा गया है। विधायक भायल ने ट्वीट को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कैसाराम के घर पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
घर में केवल वृद्ध मां के सहारे जीवन गुजार रहे कैसाराम की हालत देख विधायक ने तुरंत मानव सेवा संस्था (पाली) से संपर्क किया और मौके पर ही जंजीरें खुलवाकर कैसाराम को स्नान करवाकर राजकीय अस्पताल सिवाना पहुंचाया। जहां चिकित्सकों की देखरेख में उसे भर्ती करवा कर बाल कटवाए गए और नए वस्त्र पहनाए गए। इलाज के साथ-साथ कैसाराम का आधार कार्ड एवं मंदबुद्धि प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे आगे उसे सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।
आगामी दिनों में मानसिक रोगी को बेहतर इलाज हेतु पाली स्थित मानव सेवा संस्था या जोधपुर मानसिक चिकित्सालय में शिफ्ट किया जाएगा। इस संपूर्ण मानवीय कार्य में उपखंड अधिकारी सुरेन्द्रसिंह खंगारोत, तहसीलदार रायचंद देवासी, पीएमओ डॉ. देवराज कड़वासरा, सवाईसिंह भायल, सुझाराम देवासी गुड़ा, लालाराम देवासी, पताराम देवासी सहित कई कार्यकर्ताओं का सहयोग सराहनीय रहा।
विधायक भायल ने स्वयं कैसाराम को घर से अस्पताल तक पहुंचाया और अस्पताल में रहकर उसकी समुचित देखभाल सुनिश्चित की। उन्होंने बताया कि यह कार्य उनके लिए आत्मिक संतोष का अवसर रहा और इसे वे एक “शगुन” के रूप में मानते हैं। उन्होंने अपने निजी सहायक कोजसिंह व सवाईसिंह भायल के विशेष सहयोग की भी सराहना की।
इस संवेदनशील पहल ने न केवल एक पीड़ित को नया जीवन दिया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि यदि इच्छाशक्ति और सेवा का भाव हो तो किसी भी असहाय को सामान्य जीवन की ओर लौटाया जा सकता है।