अल्पसंख्यक मामलात एवं उपनिवेशन मंत्री शाले मोहम्मद ने झण्डी दिखाकर किया शुभारंभ,भव्य शोभायात्रा ने मोहा मन
जैसलमेर: देश-दुनिया में विख्यात राजस्थान का मरु महोत्सव रविवार को उल्लास से शुरू हुआ। चार दिवसीय महोत्सव का आगाज परमाणु नगरी के रूप में मशहूर पोकरण शहर से हुआ जहाँ भव्य शोभायात्रा, लोक लहरियों की गूंज, विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं और उत्सवी रंग-रसों ने खासा समा बाँधते हुए मरु संस्कृति की विलक्षणताओं और परंपराओं से रूबरू कराया।
सालमसागर तालाब की पाल पर आयोजित कार्यक्रम में अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री शाले मोहम्मद ने झण्डी दिखाकर भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. टी. शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर हरि सिंह मीना, बीएसएफ के डिप्टी कमाण्डेंट अविनाश कुमार, वीरेन्द्रसिंह, सीओ रणवीरसिंह, पूर्व जिलाप्रमुख अंजना मेघवाल, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खां, उपखण्ड अधिकारी राजेश विश्नोई, पुलिस उपाधीक्षक मोटाराम, तहसीलदार बंटी राजपूत, विकास अधिकारी गौतम चौधरी, नगरपालिका की अधिशासी अधिकारी तनुजा सोलंकी सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि, अधिकारी, कलाकार, बीएसएफ के जवान, सैलानी और बड़ी संख्या में शहरवासी उपस्थित थे जो बाद में शोभायात्रा में शामिल रहे।
पोकरण में मरु महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर समूचे शहर में उत्साह पसरा रहा। रास्ते भर व्यवसायियों, विभिन्न समाजों एवं संस्थाओं, परिवारों और शहरवासियों ने रंगोली-माण्डणे बनाकर तथा पुष्प वृष्टि कर शोभायात्रा का स्वागत किया और अपनी खुशी का इजहार किया।
शोभायात्रा में बैण्ड की सुमधुर धुनों और लोकवाद्यों की स्वर लहरियों पर कलाकारों के कई समूहों ने आकर्षक लोक नृत्य प्रस्तुत कर खूब मनोरंजन करते हुए मरु भूमि और राजस्थान की लोक लहरियों का परिचय दिया। शोभायात्रा में सजे-धजे ऊँटों पर सवार बीएसएफ के जांबाजों, बीएसएफ महिला टुकड़ी, बालिकाओं एवं महिलाओं की मंगल कलश यात्रा और विभिन्न झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। रास्ते भर नाच-गान करते हुए कलाकारों के समूहों ने कालबेलिया, अश्व, कच्छी घोड़ी, गैर आदि लोक नृत्यों की धूम मचा दी। शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर समारोह में परिवर्तित हो गई।