सिवाना में बौद्ध दर्शन के सिद्धांतों पर होगा मंथन, 10 दिनों तक चलेगा शिविर
सिवाना: बौद्ध भिक्षु कश्यप आनंद शील सागर बुद्ध विहार फुलेरा के सानिध्य में आयोजित 10 दिवसीय श्रामणेर शिविर में राजस्थान के विभिन्न भागों से आए प्रतिभागियों द्वारा 10 दिन तक बौद्ध दर्शन के सिद्धांतों पर मंथन करेंगे।
आयोजक सचिव भिक्खु डॉ. सिद्धार्थ वर्द्धन ने बताया कि 12 नवंबर से 21 नवंबर तक सिवाना में राजस्थान के अलग-अलग जगह से आए हुए प्रतिभागी भिक्षु के रूप में बौद्ध दर्शन के मूल सिद्धांतों, उपासना पद्धति, मानवीय मूल्यों, समानता मूलक समाज, मानवाधिकार तथा भारत के संविधान के विभिन्न सिद्धांतों एवं मूल्यों पर विचार विमर्श करेंगे।
इस अवधि के दौरान बौद्ध भिक्षु सिवाना, बालोतरा, मवड़ी, बिठूजा में चारिका कर लोगों को बौद्ध दर्शन के मूल्यों की जानकारी प्रदान करेंगे। खीमाराम मोगस ने बताया कि 10 दिवसीय शिविर को लेकर के सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। सिवाना में बौद्ध भिक्षुओं की चारिका के दौरान सर्व समाज द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भिक्षुओं का स्वागत किया जाएगा। शिविर के आयोजन को लेकर भेरूलाल नामा ने बताया कि बालोतरा शहर में बौद्ध भिक्षुओं की चारिका क्षत्रियों के मोर्चे से शुरू होकर नए बस स्टैंड तक होगी। जिसमें जगह-जगह पर उपासकों द्वारा भिक्षुओं का पुष्प वर्षा द्वारा स्वागत कर भोजन दान दिया जाएगा। इस शिविर की तैयारी को लेकर सिवाना में हुई बैठक में एडवोकेट डूंगरसिंह नामा, डूंगरराम, मूलाराम, कुंदन जीनगर, ओम मवड़ी, सांवलाराम, केपी सिवाना, मनोहरलाल, आदि उपस्थित थे।