पानी की समस्या को लेकर जिले का सबसे बड़ा आंदोलन जारी
पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना का अधूरा पड़ा कार्य शीघ्र पूरा कर जलापूर्ति करवाने की मांग को लेकर लोग 6 महीने से अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरने पर।
संपादक: कमरूद्दीन खान, 8003001116
सिवाना(बाड़मेर): सिवाना क्षेत्र को पानी मिले जिसकी जद्दोजहद में क्षेत्रवासियों द्वारा लगातार जिले का सबसे बड़ा पानी की समस्या को लेकर चलने वाले अनिश्चितकालीन धरने को आज 6 महीने (180 दिन ) पूरे हो गए। ज्ञात रहे कि सिवाना कस्बे के बस स्टेंट पर पिछले छः महीनों से पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना का बालोतरा-सिवाना के मध्य अधूरा पड़ा 10 किलोमीटर पाईप लाईन बिछाने व टैंक निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा कर जलापूर्ति करवाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरने को 180 दिन हो गए।
परियोजना का कार्य हो पूरा : पिछले कई महीनों से कस्बे के बस स्टैंड पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर प्रतिदिन मुख्यमंत्री के नाम से ग्रामीणों द्वारा ज्ञापन दिया जाता है। जानकारों की माने तो सिवाना में पानी की समस्या को लेकर जिले का सबसे बड़ा धरना कहा जा सकता है जिसमें लगाता कोराना काल से ही धरने पर ग्रामीण बैठे हैं, ग्रामीणों का मानना है कि हम आराधना अहिंसात्मक अनिश्चितकालीन चलता रहेगा और धरना तब तक नहीं उठाएंगे जब तक अधूरा पड़ा पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवा ना पेयजल परियोजना का कार्य शीघ्र पूरा हो और या की जनता को मीठा पानी मिले।
ग्रामीणों की मांग ओर वर्तमान स्थिति: वर्तमान समय में सिवाना कस्बे सहित तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में भूजल स्तर पेंदे पर चले जाने के कारण लम्बे समय से पानी की भयंकर समस्या आम लोगों के सामने खड़ी हैं, गौरतलब रहे कि पिछले 18 साल से सरकारी स्तर पर सिवाना क्षेत्र के 101 गांवों में पेयजल के स्थायी समाधान के लिए वर्ष 2003 में पोकरण - फलसुंड - बालोतरा - सिवाना पेयजल परियोजना शुरू की गई थी, लेकिन कार्य पूर्ण होने के अंतिम चरण में अधूरा पड़ा हैं । अधूरे पड़े कार्य के तहत मुख्य रूप से बालोतरा सिवाना के बीच साईजी का फांटा से सिवाना तक मात्र 10 किलोमीटर दूरी तक पाईप लाईन बिछाने का कार्य अधूरा पड़ा हैं, परियोजना से जुड़े अधिकारियों की माने तो उनका कहना है कि परियोजना का कार्य पूरा करने के लिए नए ठेकेदार को टेंडर कर दिया गया है जिसका कार्य जल्द ही पूरा किया जाएगा।
वैकल्पिक व्यवस्था की मांग: वही ग्रामीणों के लगातार मांग रही है कि कुछ समय के लिये वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में पाईप लाईन बिछाकर सिवाना कस्बे तक परियोजना का पानी पहुंचाया जा सकता है लेकिन इस ओर भी कोई ध्यान नही दिया जा रहा हैं, खानापूर्ति के नाम पर भले ही अपर्याप्त टैंकरों से आपूर्ति की जा रही हो।
छः माह से सीएम के नाम ज्ञापन: परियोजना के पाईप लाईन बिछाने के अधूरे पड़े कार्य को पूरा कर वैकल्पिक व्यवस्था के बतौर जलापूर्ति करने की मांग को लेकर हम ग्रामीणों द्वारा पिछले 180 दिनों से तहसील कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरने पर बैठे हैं धरने से ग्रामीणों द्वारा प्रतिदिन मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन दिया जाता है ।