मोकलसर की राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी ने पेड़ पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर बचाने का लिया संकल्प
मोकलसर /लतीफ़ खान
विश्व पर्यावरण दिवस पर मोकलसर में एक तरफ वही आम लोगों ने पेड़ लगाया तो दूसरी तरफ बालिकाओं ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें बचाने का संकल्प लिया. इस मौके पर मोकलसर बाड़मेर राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी उषा चौहान ने बताया कि आज पर्यावरण पर ध्यान नहीं देने के कारण ही हम लोग कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को झेल रहे हैं. कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की मौत ऑक्सीजन की कमी से होती है, ओर ऑक्सीजन की कमी का कारण मनुष्य खुद है, मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए इस प्रकृति का कितना नुकसान पहुंचाया है इसका आकलन नहीं किया जा सकता, आज हालत हमारे सामने है, पेड़ पौधों की कटाई के कारण ही हमे शुद्ध हवा नही मिल रही है,मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए इनकी कटाई करके अपनी जेब तो भर रहे है, बाद में अपनी वही कमाई इलाज के लिए अस्पताल में भी लगा रहे है,
वही उषा ने अपने घर में खुद ने पेड़ लगाकर दूसरे को भी पेड़ लगाने के प्रति जागरूक किया, इस मौके पर उन्होंने बताया कि 'मैं यह संदेश देना चाहूंगी कि हमें अधिक से अधिक पेड़ों को लगाते हुए पेड़ो की देखभाल भी करनी चाहिए, अपना और अपने परिवार का ख्याल रखना है साफ सफाई का भी ध्यान रखना है, विशेष करके इस कोरोना काल में सभी लोगों ने इस बात को महसूस किया है कि ऑक्सीजन की महत्ता हमारे जीवन में कितनी जरूरी है,
यह पेड़ हमारे पर्यावरण को शुद्ध करता है और हमें अधिक से अधिक ऑक्सीजन उपलब्ध कराता है।
इस कोरोना काल को झेलने वाले आम व्यक्ति भी अब ऑक्सीजन की महत्ता को समझ गए हैं. शायद यही वजह है कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आम लोगों ने भी पूरे जिले में अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ों को लगाया. इस मौके पर पेड़ लगाने वाली एक छात्रा ने बताया कि 'कोरोना काल में हम लोगों ने पेड़ लगाकर लोगों को यह संदेश दिया कि सभी लोग अपने घरों में पेड़ जरूर लगाएं और उसे सुरक्षित भी रखें ताकि यह पेड़ हमे ऑक्सीजन दे सके क्योंकि कोरोना काल ने हमें पेड़ों की कीमत से एहसास कराया है।
पर्यावरण बचाने के प्रति अग्रसर रहने वाली उषा कुमारी ने बताया कि 'कोरोना काल में हम लोगों ने विश्व पर्यावरण दिवस पर पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधा और यह संकल्प लिया कि हम इन पेड़ों की रक्षा जरूर करेंगे ताकि हमारे क्षेत्र में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ा रहे और लोग इस वैश्विक संक्रमण से मुक्ति पा सके।
वही उषा कुमारी ने बताया के राजस्थान मरुस्थल क्षेत्र है यहां बिना सरक्षण के खेजड़ा, बबूल, नीम, जैसे पेड़ अपने आप पनपते है, तो हम अपने घरों में एक दो पेड़ो को जिंदा कियू नहीं रख सकते , इसलिए हमने पेड़ों को राखी बांधते हुए संकल्प लिया कि हम इन पेड़ों की रक्षा जरूर करेंगे ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अभी के जैसे किसी वैश्विक संक्रमण का शिकार न बन सके. वही उषा चौहान की छोटी बहिन इना चौहान जो स्टेट बैडमिंटन खिलाड़ी है जिले 13वी रैंकिंग के साथ कही पुरस्कार विजेता है, ने बताया के वह अपने प्रत्येक जन्मदिन पर अपने घर में या अपने घर के आसपास एक पौधा लगाती है, ओर उसकी देखभाल भी स्वयं करती है, बता दे के उषा चौहान, ओर इना चौहान दोनो पीरा राम चौहान की बेटियां है, पीरा राम चौहान खुद नेशनल हॉकी रेफरी है।