स्वास्थ्य सेवाओं में लगे कार्मिकों की वजह से रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होकर घर लौट रहे हैं- मंत्री शाले मोहम्मद
जैसलमेर/पोकरण/ जयपुर: पिछले एक वर्ष से देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है। इसमें अब तक कई लोगों की जानें गई है, कई परिवारों ने अपनों को खोया है। इससे अधिक लोग अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेकर स्वास्थ्य होने पर घर लौटे हैं, घर लौटने वालों की तादाद बहुत अधिक है। यह सब तभी हो पाया है जब अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, सफाई कर्मी, अस्पतालों तक ऑक्सीजन सिलेंडर लाने वाले वाहन चालकों एवं इस विकट परिस्थितियों में गंभीर मरीजों को अस्पताल तक लाने में सबसे बड़ा योगदान एम्बुलेंस कर्मियों का है। कोरोना को आगे फैलने से रोकने के लिए हमारी पुलिस ने दिन रात मेहनत कर प्रदेश में कोरोना रोकथाम में फर्ज निभाया। यह सब हमारे कोरोना योद्धा हैं। यह बात अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कही। उन्होंने कहा कि कोरोना के पिछले पीक में हमारे कोरोना योद्धाओं की सजगता एवं सरकार के बेहतर प्रबंधन से रामगंज, भीलवाड़ा जैसे एपिक सेंटर पर कोरोना को रोकने में कामयाबी मिली। अब एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है यह चिंता का विषय है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार इसे काबू में पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। चाहे अस्पतालों में बेड बढाने की व्यवस्था हो, सेंपल बढाने से लेकर ऑक्सीजन के लिए प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं, तब तक ऑक्सीजन के सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में अस्पतालों में रखने की व्यवस्था की जा रही है। इस विकट परिस्थितियों में हमारा प्रदेश कोरोना रोकथाम में तभी कामयाब हो पाएगा, जब प्रदेश वासी सरकार की जारी की गई गाइड लाइन का पालन करेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में लगे कार्मिक हमारे योद्धा:
प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में लगे चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी, सफाईकर्मी, पुलिस, ऑक्सीजन लाने वाले वाहन चालक एवं मरीजों को अस्पताल तक लाने वाले एंबुलेंस चालक भी कोरोना योद्धा हैं। कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि कोरोना महामारी में गांव-गांव, ढाणियों एवं गली मोहल्लों से संक्रमित, गंभीर रोगियों को एंबुलेंस में डालकर अस्पतालों में भर्ती कराने वाले एंबुलेंस कर्मी हीरो हैं। जिनके बाद स्वास्थ्य सेवाओं में लगे विभिन्न कार्मिक अपनी बेहतर सेवाओं से मरीजों को ठीक करके वापस घर भेज रहे हैं। यह प्रदेश के लिए सुखद है। राजस्थान में रोजाना हजारों मरीज इस बीमारी से जंग जीतकर वापस अपने घर लौट रहे हैं, यह सब स्वास्थ्य कर्मियों की बदौलत संभव है, वे पिछले एक वर्ष से निरंतर मानव सेवा में लगे हैं।
वेक्सिनेशन कराएं एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना में पंजीकृत कराएं:
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि अपने निकटतम वेक्सीनेशन सेंटर पर जाकर वेक्सिनेशन कराएं, 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीके लगने शुरू होंगे, तब युवा जाकर टीके लगाएं, वर्तमान में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीके लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना के तहत 30 अप्रैल तक पंजीयन किया जा रहा है, प्रदेशवासी इसमें अपना पंजीयन कराएं, इसके तहत 5 लाख रूपए तक के इलाज निशुल्क किए जांएगे। कोरोना का इलाज भी सरकार ने इसमें शामिल किया है। उन्होंने आमजन से इसमें अधिकाधिक पंजीयन कराकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने की अपील की है।
