बाड़मेर के कुमट के गोद को विश्व भर में ख्याति प्राप्त हुई : डॉ पगारिया
मोकलसर लतीफ खान
मोकलसर क़स्बे के लाल चंद राणावत के कृषि फार्म पर बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र गुढ़ामालानी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रदीप पगारिया ने कुमट के पेड़ से गोंद उत्पादन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ प्रदीप बताया किसान भाई इसका कैसे लाभ ले सकते है ।
कुमट की खेती से अनेक फायदे है, कुमट में उच्च गुणवत्ता वाले तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में लाभदायक होते है खास तौर पे घुटनों के दर्द निवारक होते है। बाड़मेर के कुमट की खेती को और कुमट के गोद को विश्व भर में ख्याति प्राप्त हुई है। डॉ हरिदयाल ने भी किसानों को जैविक खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जैविक खेती में वर्मिक कम्पोस्ट, कम्पोस्ट, गोबर से खाद्य कैसे प्राप्त करें, इसको लेकर बताया के किसान भाइयों को रसायनों, उर्वरकों, ओर कीटनाशकों का उपयोग जैविक खेती में नहीं करना चाहिए और कृषि विभाग के AAO दीपाराम ने कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया के किसान भाई खेतलाई, पाईप लाईन, फ़वारो पर अनुदान कैसे प्राप्त करें इसकी जानकारी दी।
कृषि पर्यवेक्षक संदीप कुमार धीरा ने बताया के किसान अपने खेत की मिट्टी की गुनवता कैसे जांचे, मिट्टी को कैसे उपजाऊ बनाये आदि जानकारी दी साथ ही बताया की अभी किसान भाई सब्जियों की बुबाई के लिए उपयुक्त समय है, भिड़ी, टिड्डी, टमाटर की खेती अभी किसान भाई कर सकते है। आयोजनकर्ता लालचंद रामावत ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर सरपंच घेवरचंद सैन, ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र सिंह,प्रकाश सिंह, एलडीसी वाला राम, बलदेव सिंह,गुमान सिंह,राजु सिंह सोढा, विशना राम बारड़, डूंगर राम,भंवर लाल भाटी,केवल राम,नारायण राम, पारसमल, खंगारा राम, मगसिंह, सहित किसान भाई उपस्तिथि थे ।