साध्वी की देह पंचतत्व में विलीन
महेश नाहटा, सिवाना
सिवाना(बाड़मेर):साध्वी कंचन श्रीजी म सा की शिष्या साध्वी समरसा श्रीजी म सा को स्थानीय व प्रवासी जैन समुदाय के दर्जनों सदस्यों ने शनिवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। साध्वी की पार्थिक देह को जैन संघ के मोक्ष धाम में पंचतत्व में विलीन किया गया।
सिवाना कस्बे के मोकलसर रोड पर स्थित चंपावाडी परिसर के उपाश्रय में साध्वी समरसा श्रीजी का शुक्रवार तडके तीन बजे देवलोक गमन ( निधन )हो गया था। साध्वी के जन्म स्थल सिरोही व मूल निवास कैलाश नगर से उनके सांसारिक परिवार के सदस्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से उनके पारिवारिक सदस्य साध्वी श्रीजी के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। चंपावाडी परिसर में ट्रस्ट के वर्किंग कमेटी सदस्यों ने साध्वी जी के अंतिम यात्रा के संबंध में विभिन्न बोलियों का आयोजन किया जिसमें साध्वी जी के परिजनों व रिश्तेदारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
चंपावाडी परिसर से साध्वी श्री जी की बैकुंठी ढोल नगाड़ों के साथ निकाली गई जो कस्बे के मोकलसर रोड, कल्याण सिंह सर्कल, पादरू रोड, नाथजी की कुटिया रोड होते हुए स्थानीय जैन संघ के मोक्ष धाम ले जाया गया। यहां साध्वी के सांसारिक परिजनों व रिश्तेदारों ने मुखाग्नि दी। साध्वी की अतयष्टि हेतु पालकी चंदन इत्यादि संपूर्ण सामग्री जैन ट्रस्ट पावापुरी द्वारा उपलब्ध करवाए गए मार्ग में जगह-जगह जैन धर्मावलंबियों ने जय-जय नंदा जय-जय भद्दा के नारों के साथ गुलाल व चावल उड़ाकर हाथ जोड़कर साध्वी श्री जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर चंपावाडी ट्रस्टी महेश कुमार, वर्किंग कमेटी सदस्य साकलचंद जीरावला, पुखराज तातेड, झंकारमल चोपड़ा, धनराज संकलेचा, सुरेश फोफलिया, नरेंद्र संकलेचा, तपागचछ संघ से महेंद्र बागरेचा घमडीराम गोलेछा, शांतिलाल बागरेचा, भेरूलाल, रमेश बागरेचा, मूलचंद जीरावला सहित साध्वी जी के सांसारिक परिवार के दर्शनों सदस्य मौजूद थे।