हाथरस में दलित महिला की हत्या के हत्यारों को फांसी दिलवाने की मांग।
शाइन टुडे@सिवाना न्यूज़:सिवाना उतर प्रदेश के हातरस में दलित परिवार की बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए आरोपियों को फांसी दिलवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को राष्ट्रपति के नाम उपखण्ड अधिकारी कुसुमलता चौहान को कांग्रेस पदाधिकारीयो व कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सोपा।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में बताया की योगी सरकार व मोदी सरकार के जंगलराज में अपराध, हत्याए, डकैती, अराजकता, भृष्टाचार, भंय व्याप्त हो गया है। किसान दिनों दिन आत्महत्याए कर रहे है। व्यापारी व उधोग जगत ठप हो गया है। युवा दिनों दिन बेरोजगार होते जा रहे है। ऐसे में मोदी व योगी सरकार अपनी हठधर्मिता के कारण किसान विरोधी बिल को पास कर किसानों का गला गोठ रही है। पूंजी पति अडानी, अम्बानी, व मोदी के चहेते 15-20 उधोगपति दिन ब दिन अपनी पूंजी बढ़ाते जा रहे है। मोदी व भाजपा सरकार ने अपनी गुंडागर्दी के चलते कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा हाथरस हादसे के पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। तब उतर प्रदेश की पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा पर रोक कर उन पर लाठीचार्ज किया। व कांग्रेस के राष्ट्रीय पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ धक्का देकर गिराया। व उन पर डण्डे बरसाए। ऐसे गुण्डाराज के खिलाफ कांग्रेस जनो ने रोष जताते हुए न्यायिक जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए सख्त से सख्त सजा दिलवाने की मांग की। वही ज्ञापन में बताया की मोदी सरकार ने देश के किसानों खेत, खलिहान के खिलाफ एक घिनोना षड्यंत्र किया है। केन्द्र की भाजपा सरकार ने तीन काले कानूनो के माध्यम से देश की हरित क्रांति को हराने की साजिश कर रही है। देश के अन्नदाता व भाग्य विधाता किसान तथा खेत मजदूर की मेहनत को चंद पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखने का षडयंत्र किया जा रहा है। ज्ञापन में बताया की 62 करोड़ किसान मजदूर व 250 से अधिक किसान सगठन ईन काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे है। महामहिम राष्ट्रपति से तीनों काले कानून निरस्त करने की मांग की। इस मौके पर अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, कांग्रेस नेता विधानसभा प्रत्याशी पंकज प्रतापसिंह, पूर्व विधायक मोटाराम मेघवाल, ब्लॉक अध्यक्ष पूनमचन्द रामदेव, पूर्व ब्लॉक महासचिव जाकिर हुसैन बेलिम, छगनाराम, हरीराम, मोहनलाल गहलोत, दीपाराम ढाका, गोपाराम गर्ग मोतीसरा, उत्तमपूरी, खंगारदान गहलोत, सहित कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।