अनोखा होम आइसोलेशन, अब कैसे फैलेगा कोरोना
जब अपनो की जान बचाने का जिम्मा अपने हाथों हो तो लापरवाही कैसी।
शाइन टुडे©
सिवाना(बाड़मेर): देश और दुनिया में कोराना महामारी ने अपने इतने पैर पसार रखे की दुनिया भर के देशों में इस महामारी ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में लिया है तो वहीं हजारों लोगों की इसमें जान गई है। वहीं भारत सरकार के आदेशानुसार लॉक डाउन में अन्य राज्यों से मजदूर, प्रवासियों व फैक्ट्रीयों सहित अन्य जगहों पर काम करने वाले वर्करों को घर बुलाया जा रहा है, और अपने घर आने पर उनको 14 दिन के लिए होम आइसोलेट भी किया जा रहा है।
पर जब अपनो की जान को बचाने का जिम्मा अपने ऊपर आता है तो हमें लापरवाही कतई नहीं बरतनी चाहिए, इसका जीता जागता उदाहरण हमें बालोतरा क्षेत्र के किटनोद गांव में देखने को मिल रहा है। देश के अन्य राज्यों से अपने घर आने के बाद इस प्रकार से होम आइसोलेट हुए हैं कि जो एक मिसाल बनकर उभर रहे है। इनसें हम सब को एक सीख मिलती है की हमें इस महामारी को फैलने से रोकने के लिये, बचाने करने के लिए सबसे बढ़िया कर रहे हैं, जिन्होंने अपने इस प्रकार से होम आइसोलेट किया की घर के सभी परिवार के सदस्यों को छोड़कर एकांत में व्यवस्थित रूप से घर पर ही बनाए गए आइसोलेट में रहकर अपने आप को सुरक्षित रखते हुए अन्य किसी कोई संक्रमण ना हो इसका बेहतरीन उदाहरण हमें किटनोद गांव के वैरा अरट पर देखने को मिल रहा हैं।
वही प्रवासी बाबूलाल ने बताया कि किटनोद अपने गांव आने से पहले उन्होंने सरपंच साहिबा शोभा कँवर से बात की थी , वहीं उनके बताये अनुसार अपने घर में आइसोलेशन वार्ड बनाकर हम रह रहे हैं।
अन्य राज्यों से आए लोगों ने अपने ही घर को इस प्रकार आइसोलेट किया कि कोई भी घर का सदस्य हो या छोटा बालक नजदीक नही जा सके।
इन्होंने अपने आप को होम आइसोलेट ही भी नहीं किया बल्कि राज्य भर के लोगों को एक संदेश दिया है। की जो भी प्रवासी भाई बाहर से आए है सबसे पहले अपने घर गाँव को सुरक्षित रखेंगे तो हमारा देश सुरक्षित रहेगा।
इसको थोड़ी सी परेशानी जरूर हो सकती है लेकिन खुद को सुरक्षित रखते हुए हैं और दूसरों को भी सुरक्षित रखने का प्रयास किया हैं। जो सराहनीय पहल है। शाइन टुडे इनका दिल से आभार व्यक्त करता है।