समाज में आदर्श बनें क्षत्रिय - सेतराव
पादरु/सिवाना(बाड़मेर): पादरू कस्बे के स्थानीय श्री जैतमाल राजपूत बोर्डिंग हाउस पादरु में आयोजित श्री क्षत्रिय युवक संघ के चार दिवसीय बालिका प्रशिक्षण शिविर में विदाई उद्बोधन के दौरान शिविर प्रमुख रतन कंवर सेतरावा ने कहा कि संस्कार शिविर में बालिकाओं को खेलों, प्रार्थना, बौद्धिक चर्चा आदि विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जो शिक्षा संस्कार दिये गये बालिकाएं उन्हें जीवन में उतारें। इस शिविर से जाने के बाद हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आये। क्षत्रिय का मूल धर्म समाज में एक आदर्श उदाहरण स्थापित करना हैं। समाज में फैली नकारात्मक ऊर्जा, चकाचौंध से परे क्षत्रिय बालिकाएं अपने उज्ज्वल चरित्र, दृढ़ निश्चय और स्वाभिमान के साथ दुनियां के समक्ष आयें। हमारे संस्कार, चरित्र की दृढता समाज को नई दिशा देगी। इसका सूक्ष्म अभ्यास हमें इस शिविर में सीखने को मिला। सभी महिलाएं एवं बालाएं अपने कुल ज्योति वीरांगनाओं, सतियों, देवीयों का जीवन चरित्र जाने और स्वयं के संस्कारों का निखार लाएं तभी हम सच्चे रूप में क्षत्रिय बनेंगे। शिविर में लगभग 190 बालिकाओं ने हिस्सा लिया। शिविर ऊविदाई कार्यक्रम में विष्णु कंवर कालेवा, पंकज कंवर करणीसर, सरिता कंवर मवड़ी, चन्द्रिका कंवर काठाड़ी, रिंकू कंवर पादरु, नेहा कंवर इन्द्राणा, राजलक्ष्मी कंवर थोब सहित सैकड़ों बालाएं सम्मिलित रही। शिविर संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक रामसिंह माडपुरा के देखरेख में सम्पन्न हुआ। शिविर व्यवस्था में प्रेमसिंह पादरु, जबरसिंह पादरु, भोपालसिंह पादरु सहित स्थानीय संघ के सहयोगी व स्वयंसेवकों ने सेवाएं दी।