सिवाना/बालोतरा: बालोतरा आईपीएस पुलिस अधीक्षक जिला हरी शंकरलाल ने बताया कि नशाखोरी पर प्रभावी नियंत्रण एवं उन्मूलन हेतु पुलिस मुख्यालय की मंशा अनुसार विकास कुमार आईपीएस, महानिरीक्षक पुलिस रेंज जोधपुर के निर्देशानुसार में जिले में मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम एवं अवैध हथियार तस्करों के विरूद्ध प्रभावी कानूनी कार्यवाही हेतु चलाये रहे विशेष अभियान "ऑपरेशन भौकाल" के तहत दिए गए दिशा-निर्देशानुसार गोपालसिंह भाटी आरपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा एवं श्रीमती नीरज शर्मा आरपीएस वृताधिकारी सिवाना के सुपरवीजन में ईमरान खान उनि प्रभारी थाना सिवाना के नेतृत्व में डीएसटी, डीसीआरबी व थाना सिवाना की टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए संदिग्ध ब्रेजा कार का पीछा कर 307.840 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद कर चोरी की ब्रेजा कार व एक अवैध रिवॉल्वर को जब्त किया जाकर अवैध डोडा तस्कर आरोपी रमेश व किरताराम को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है। कार्यवाही के दौरान पुलिस पर तस्कर द्वारा की गई फायरिंग के जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर घायल हुआ जिसका पुलिस निगरानी में ईलाज जारी है।
पुलिस कार्यवाहीः- ज्ञात रहे कि दौराने नाकाबन्दी कानि. मोहनलाल 20 डीसीआरबी से सूचना प्राप्त हुई कि एक ब्रेजा कार जीजे 01 आरएस 3998 में डोडा पोस्त की तस्करी की जा रही है, जो जालोर जिले से होकर सिवाना की ओर आने वाली है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को सूचित कर तत्काल थाना सिवाना की पुलिस टीम को भी नाकाबंदी हेतु रवाना किया गया। इसी क्रम में श्री इमरान खां उनि. मय जाब्ता सरहद मवड़ी पहुंचे और नाकाबंदी शुरू की। संदिग्ध ब्रेजा कार मोकलसर की ओर से आती दिखी, जिसे रुकने का इशारा किया गया, परंतु चालक ने वाहन को तेज गति से भगा लिया। पुलिस ने सतर्कता और वीरता का परिचय देते हुए वाहन का पीछा शुरू किया। तस्कर वाहन को थान माता हिंगलाज की ओर ले गया, जहां पीछा करते समय वाहन में बैठे एक तस्कर ने पुलिस पार्टी पर रिवॉल्वर से फायर किया। धैर्य, संयम और साहस' की प्रतिमूर्ति बनी पुलिस टीम ने जान की बाजी लगाकर मुकाबला किया। पुलिस पार्टी ने आत्मरक्षा में हवाई फायर किया, बाद में तस्कर द्वारा पुनः फायर करने पर तस्कर के पैर के नीचे के हिस्से को निशाना बनाकर गोली चलाई, जो उसके दाहिने हिप पर लगी, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा। इसके बावजूद उसने एक और फायर किया जो मिस हो गया। दोनों तस्कर भागने लगे जिन्हें पुलिस ने दस्तयाब कर लिया। पूछताछ में घायल तस्कर ने अपना नाम रमेश कुमार पुत्र पन्नाराम जाति जाट निवासी जैसार थाना बिजराड़, बाडमेर बताया तथा वाहन चला रहे आरोपी ने अपना नाम किरताराम पुत्र सताराम जाति जाट निवासी बायतू चिमनजी, थाना बायतु, जिला बालोतरा बताया। दोनों आरोपियों ने ब्रेजा गाड़ी में भारी मात्रा में अवैध डोडा पोस्त होना स्वीकार किया। वाहन की तलाशी लेने पर कुल 18 कट्टों में 307.840 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद किया गया। फायरिंग में उपयोग की गई एक अवैध रिवॉल्वर मय कारतूस, खाली खोल व मिस फायर बुलेट सहित बरामद की गई। वाहन से चार अन्य वाहन नंबर प्लेट तथा कुल 4 मोबाइल फोन व कई सक्रिय सिम कार्ड भी बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह वाहन व रिवॉल्वर उन्हें बड़े तस्कर से प्राप्त हुए थे और डोडा पोस्त उसके कहने पर छोटी सादड़ी से लाया गया था। घायल आरोपी रमेश कुमार को तुरंत इलाज हेतु उप जिला अस्पताल सिवाना पहुंचाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रैफर किया गया, जो खतरे से बाहर है। सम्पूर्ण कार्यवाही की विडियोग्राफी की गई। एफएसएल व एमओबी टीम को मौके पर बुलाकर आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए गए। प्रकरण में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर गहन अनुसंधान प्रारंभ किया गया है।
नशे की राह पे जो चले, वो कब तलक बच पाएंगे, पुलिस के तेज कदमों से अब अंधेरे भी घबराएंगे। जहाँ हर दिल में हो संकल्प, जहाँ हो सजग समाज, वहाँ अपराधी कितने भी चालाक हों, टिक न पाएंगे।।
बदली हुई रणनीति, तस्करों का नया जालः वर्तमान में बड़े तस्कर स्वयं जोखिम लेने के बजाय अब युवाओं को लालच देकर अपने कार्यों में संलग्न कर रहे हैं। ऐसे युवक जो पढे-लिखे होते हैं, जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होता और जिन पर पुलिस को कोई संदेह नहीं होता। उन्हें झूठे सपनों में उलझाकर मादक पदार्थों की तस्करी में उतारा जा रहा है। उन्हें बताया जाता है कि एक खेप पर हजारों मिलते हैं और पकड़े भी गए तो उन्हें कम सजा होगी। यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसमें नये चेहरों की आड़ में पुराने तस्कर अपना धंधा चला रहे हैं। यह बदलाव 'बुझते हुए दीये की आखिरी लौ जैसा है। जिस तरह अपराध का अंत समीप आता है, उसकी छटपटाहट और ज्यादा उजागर हो जाती है।
अपराधियों की पृष्ठभूमि गुमराह सपनों की सच्चाई इस मुठभेड़ में पकड़े गए दोनों युवक सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं। किरता राम नामक युवक के दो भाई और छह बहिनें है। उसका एक भाई कमठे का काम करता है. दूसरा पढ़ाई कर रहा है. पिता किसान है। किरता स्वयं पढ़ाई में होशियार था, जिसने बायतू से शिक्षा प्राप्त की। जीविका हेतु वह गुजरात गया, जहाँ उसने टैंकर चालक के रूप में काम किया, लेकिन सीमित आमदनी ने उसे असंतुष्ट रखा। बाद में शराब के ठेके पर गया, वहीं उसकी मुलाकात रमेश से हुई, जिसने उसे तस्करी में चमकता भविष्य दिखाया। रमेश, ट्रक चालक का इकलौता पुत्र है, चार बहनों का भाई। बड़े तस्कर के संपर्क में आकर उसने कई बार माल की ढुलाई की। एक खेप पर बीस हजार मिलते थे। धीरे-धीरे वह इतना दुस्साहसी हो गया कि उसने पुलिस पर गोली चलाने में भी संकोच नहीं किया। यही वह युवक है जो अपने मित्रों से कहता था. 'मर भी जावां तो भी कोई गम कोनी, पण डर कर जीणे रो शौक महाने भी कोनी।' लेकिन जब कानून का चाबुक चला, तो यह घमंड चूर-चूर हो गया।
अपराधियों की पृष्ठभूमि गुमराह सपनों की सच्चाई:- इस मुठभेड में पकड़े गए दोनों युवक सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं। किरता राम नामक युवक के दो भाई और छह बहिनें हैं। उसका एक भाई कमठे का काम करता है, दूसरा पढ़ाई कर रहा है, पिता किसान हैं। किरता स्वयं पढ़ाई में होशियार था, जिसने बायतू से शिक्षा प्राप्त की। जीविका हेतु वह गुजरात गया, जहाँ उसने टैंकर चालक के रूप में काम किया, लेकिन सीमित आमदनी ने उसे असंतुष्ट रखा। बाद में शराब के ठेके पर गया, वहीं उसकी मुलाकात रमेश से हुई, जिसने उसे तस्करी में चमकता भविष्य दिखाया। रमेश, ट्रक चालक का इकलौता पुत्र है, चार बहनों का भाई। बड़े तस्कर के संपर्क में आकर उसने कई बार माल की ढुलाई की। एक खेप पर बीस हजार मिलते थे। धीरे-धीरे वह इतना दुस्साहसी हो गया कि उसने पुलिस पर गोली चलाने में भी संकोच नहीं किया। यही वह युवक है जो अपने मित्रों से कहता था, 'मर भी जावां तो भी कोई गम कोनी, पण डर कर जीणे रो शौक महाने भी कोनी। लेकिन जब कानून का चाबुक चला, तो यह घमंड चूर-चूर हो गया।
दृढ़ संदेश- अपराधियों के लिए चेतावनी, युवाओं के लिए प्रेरणाः इस समूचे अभियान के माध्यम से बालोतरा पुलिस एक स्पष्ट और अडिग संदेश दे रही है। अगर कोई अपराधी पुलिस से भिड़ने की हिमाकत करेगा, तो उसे हर बार करारा जवाब मिलेगा। हमारी प्राथमिकता केवल अपराध की रोकथाम नहीं, बल्कि युवाओं को उसके चंगुल से निकाल कर एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाना भी है। हमें समझना होगा कि कुछ सिक्कों की खनक के लिए अपने जीवन की शांति और माता-पिता की उम्मीदों को दांव पर लगाना बुद्धिमानी नहीं है।
गिरफ्तार तस्करः-
किरताराम पुत्र सताराम जाति जाट निवासी बायतु चिमनजी पुलिस थाना बायतु जिला बालोतरा।
ईलाजरत तस्करः- रमेश कुमार पुत्र पन्नाराम जाति जाट (लेघा) निवासी जैसार पुलिस थाना बिजराड़ जिला बाड़मेर।
पुलिस टीमः
01. श्री इमरान खां उनि. थाना प्रभारी सिवाना, (विशेष भूमिका)
02. श्री अचलाराम सउनि. पुलिस थाना सिवाना,
03. श्री महेन्द्रसिंह सउनि. पुलिस थाना सिवाना,
04. श्री चैलसिंह हैकानि. पुलिस थाना सिवाना,
05. श्री मोहनलाल कानि. डीसीआरबी बालोतरा, (विशेष भूमिका)
06. श्री अशोक कुमार कानि. 1480 थाना सिवाना,
07. श्री ओमप्रकाश कानि. 1642 थाना सिवाना,
08. श्री जोगाराम कानि. 1398 चौकी पचपदरा,
09. श्री रामाराम कानि. 1622 एसपीओ बालोतरा,
10. श्री विजयसिंह चा. कानि. 1343 एसपीओ बालोतरा, (विशेष भूमिका)
11. श्री गोमाराम कानि. एसपीओ बालोतरा,
12. श्री भैराराम कानि. एसपीओ बालोतरा,
13. श्री भारूराम कानि. डीएसटी बालोतरा,
14. श्री मांगूसिंह हैकानि. डीएसटी बालोतरा,
15. श्री धर्मेन्द्र कुमार कानि. डीएसटी बालोतरा,
16. श्री नगाराम कानि. डीएसटी बालोतरा,
17. श्री ठाकराराम कानि. एसपीओ बालोतरा,
18. श्री दमाराम कानि. एसपीओ बालोतरा,
19. श्री मुकेश कुमार चाकानि. डीएसटी बालोतरा।