राजपुरोहित की प्रथम पुण्यतिथि पर वृक्षारोपण कर दी श्रदांजलि
मोकलसर /लतीफ खान
सिवाना के पूर्व पत्रकार स्व.जोगसिंह राजपुरोहित की प्रथम पुण्यतिथि पर पत्रकार संघ द्वारा श्रदांजलि सभा एंव वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन भोलागिरि आश्रम मोकलसर में भारत साधु समाज प्रदेश महामंत्री चेतनगिरी महाराज के सानिध्य में किया गया।सिवाना प्रधान मुकनसिंह राजपुरोहित,मोकलसर चौकी प्रभारी प्रहलाद राम एंव मायलावास सरपंच अशोकसिंह राजपुरोहित की मौजूदगी में पत्रकार संघ द्वारा पीपल के पांच वृक्ष लगाकर उनकी नियमित देखभाल करने का संकल्प लिया।कार्यक्रम में सबसे पहले अतिथियों द्वारा स्व.जोगसिंह की प्रथम पुण्यतिथि पर तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
इस मौके पर सम्बोधित करते हुए सिवाना प्रधान मुकनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि मीडिया देश का चौथा स्तंभ है।पत्रकार हमेशा निडर व निष्ठावान होता है। जिस प्रकार स्व.राजपुरोहित एक निडर व निष्ठावान बेबाक छवि का धनी था।उसी प्रकार सभी पत्रकारों को भी उनकी तरह निडर होकर काम करके अलग छवि बनानी चाहिए ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले।उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के अभिन्न अंग है। इनके बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है। जहाँ हरियाली है वहा अच्छी बारिश की हम आस कर सकते हैं।
पौधरोपण के लिए आमजन की सहभागिता अति आवश्यक है। वृक्षो कि महत्ता को समझते हुए प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा अवश्य लगाए। वृक्ष की महत्ता को कम नहीं आंका जा सकता है। इस मौके पर भारत साधु समाज प्रदेश महामंत्री महंत चेतनगिरी महाराज ने कहा की पोधो में परमात्मा का वास होता है। पौधों में सृष्टि के प्राण बसते है। उस पर निवास करने वाले पक्षियों कीट-पतंगों के साथ न जाने कितने प्राणियों को भोजन आश्रय मिलता है। वैज्ञानिक दृष्टि से लेकर जन्म मरण तक वृक्षों कि आवश्यकता पड़ती है। इसी क्रम में मोकलसर चौकी प्रभारी पहलाद राम ने कहा की कहा की पेड़-पोधे हमारे जीवन के आधार है। पेड़ पोधो का ज्यादा से ज्यादा मिलकर रोपण करे। पेडो की हमेशा रक्षा करे। पेड़ो का भी मानव जाति के समान जीवन होता है। तथा पेड़ो से ओषधियाँ सहित अन्य प्रकार के लाभ हमे इनसे मिलते है। प्रकति के संतुलन के लिए हर प्रत्येक व्यक्ति को एक एक पेड़ लगाकर अपने बाल बच्चों की तरह पालन पोषण करना चाहिए।
इस मौके पर सरपंच अशोक सिंह राजपुरोहित,जबरसिंह सिणेर, कांस्टेबल धन्नाराम,रेवतसिंह, पत्रकार दिलीपसिंह राजपुरोहित, लतीफ खान, जगदीश सिंह राजपुरोहित महिलावास सहित बड़ी संख्या में पत्रकार व ग्रामीण उपस्थित थे।