SDM के निर्देश पशुओं को आहार खिलाने को लेकर कार्यशाला का हो आयोजन
सिवाना(बाड़मेर)
सिवाना कस्बे के पादरु रोड स्थित श्रीमंछ गौ - सेवा समिति गौशला भीमगोडा शाखा सिवाना में 14 अगस्त को जहरीला सारा खाने से करीब 53 गायों की मौत हो गई थी। जिसको लेकर सिवाना एसडीएम कुसुमलता चौहान ने पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों को आदेश जारी करते हुए कहा कि गौ - शाला संचालकों को गाय या अन्य पशुओं को आहार खिलाने में क्या - क्या सावधानियां बरतनी चाहिये एवं गौ - शाला में संधारित पशुधन के बीमार होने पर तत्काल क्या उपचार किया जाना चाहिये के सम्बन्ध में पूर्ण चिकित्सकीय जानकारी का अभाव है, जिसको लेकर कार्यशाला का आयोजन का करने के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि कस्बे के गौशाला में अचानक 50 से अधिक गायों की मौत हो गयी थी। मृत गायों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में मौत का कारण साईनाइड पोईजनिंग से होना बताया गया हैं।पशु चिकित्सको के अनुसार ज्वार खाने से शरीर में cyanide का निर्माण होता है और हीमोग्लोबीन से जुड कर मेटहीमोग्लोबीन का निर्माण करता है जिससे जानवरों में सेस्पीरेटरी फेलियर होता है और जानवर की अचानक मौत हो जाती है । सभी गायों की मौत paracute से हुए हैं। वही पशु चिकित्सा विभाग की ओर से गायों की मौत के बाद गौशला के सभी बाड़ों में hypochlor & cypermetherine का छिडकाव करवाया गया है तथा गौशाला को चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है ।
सिवाना SDM ने मामले में दिखाई गंभीरता:
सिवाना कस्बे में अचानक एक साथ करीब 53 गायों के मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए सिवाना एसडीएम कुसुमलता चौहान ने पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों को निर्देश जारी कर गौ - शाला संचालकों को गाय या अन्य पशुओं को आहार खिलाने में क्या - क्या सावधानियां बरतनी चाहिये एवं गौ - शाला में संधारित पशुधन के बीमार होने पर तत्काल क्या उपचार किया जाना चाहिये के सम्बन्ध में पूर्ण चिकित्सकीय जानकारी का अभाव है, जिसके चलते इतनी बड़ी घटना हुई है, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए गौ - शालाओं में संधारित पशुधन की सुरक्षार्थ प्रत्येक गौ - शालाओं का नियमित निरीक्षण एवं प्रत्येक गौ - शाला में कम से कम माह में एक - एक बार ऐसी कार्यशला का आयोजन किया जाना नितान्त आवश्यक बताया। साथ ही पशुधन के रख - रखाव एवं उपचार सम्बन्धी समस्त प्रकार की जानकारी गौ - शाला संचालकों एवं गौ - शालाओं में कार्यरत हर कार्मिक को दी जाये। साथ ही पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों को निर्देश दिये कि सिवाना उपखण्ड क्षेत्र में संचालित समस्त गौ - शालाओं के नियमित निरीक्षण एवं कार्यशलाएँ आयोजित किया जाये।
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