कोरोना के चलते नही हुआ माजीसा के भक्तों का जोश कम, मंदिर बन्द के बाद भी दर्शनो को उमड़े सेकड़ो भक्त
बालोतरा(बाड़मेर) वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जंहा प्रदेश के सभी मंदिर बन्द है। लेकिन आस्था का सैलाब लोगो पर इस कदर बना हुआ है कि किसी भी मुसीबत में लोग माता के दर्शनों को आतुर नजर आ रहे है। दरअसल जसोल धाम में भाद्रपद तेरस को लगने वाले मेले में प्रतिवर्ष लाखों लोग दर्शन करते है लेकिन इस बार माता राणी भटियाणी का मेले पर कोरोना का ग्रहण लगा नजर आया लेकिन माता के भक्त त्रयोदशी पर बच्चे से लेकर बुजुर्ग तो महिलाएं मुख्य प्रवेश द्वार से बाहर तक कतारों में मां की एक झलक पाने के लिए आतुर नजर आए। सुबह 5.30 बजे आरती के लिए मंदिर के पट (दरवाजे) नही खुले, लेकिन मंदिर के बाहर कतारों में खड़े श्रद्धालु उत्साह से मां के जयकारे लगाते नजर आए। मंदिर ट्रस्ट सदस्यों व पुजारी द्वारा करीब 21 मिनट तक चली आरती व पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं ने माता राणी भटियाणी, कल्याणसिंह जी, बायोसा मंदिर, सवाईसिंहजी व लाल बन्ना मंदिर में दर्शन पूजन कर परिवार में खुशहाली की कामनाएं कीं।
माजीसा के नाम से विख्यात जसोल धाम :
जसोल धाम माजीसा के नाम विख्यात है प्रतिमाह शुक्ल पक्ष में लगने वाले मेले हजारो की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते है लेकिन इस बार कोरोना ने सारे कामो पर रोक लगा दी। राज्य सरकार के कोरोना बचाव आदेश के बाद मंदिर पर ताले लगे हुए है फिर भी भाद्रपद मास की त्रयोदशी की भोर की किरण के साथ ही माता के मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालु ध्वज पताकाएं लिए झूमते-थिरकते हुए पैदल जत्थों के रूप में दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते नजर आए। अल सुबह से ही तेज बारिश में भी श्रद्धालुओं में अपार उत्साह नजर आया। श्रद्धालुओं ने मंदिर के बाहर खड़े रहकर मां से मन्नतें मांगीं। नवविवाहित दंपतियों ने सुखी दांपत्य जीवन की कामना की।
माता के जन्मदिन पर हर साल भरता है बड़ा मेला:
भाद्रपद शुक्ल त्रयोदशी पर माता राणी भटियाणी के जन्म दिवस पर जसोल में बड़े मेले का आयोजन होता है। इसमें राजस्थान सहित गुजरात, महाराष्ट्र से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। त्रयोदशी पर दर्शन की महात्म्य को लेकर रात में 2 बजे से ही श्रद्धालु कतारों में लग जाते हैं, ताकि सुबह की आरती के साथ प्रथम दर्शन कर सकें। लेकिन कोरोना महामारी के चलते मंदिर ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शनों पर रोक लगा रखी है। बता दें कि पश्चिमी राजस्थान के शक्तिपीठ स्थलों में से माता राणी भटियाणी में मनोकामनाएं पूर्ण होने पर लोग घुटनों के बल दर्शन करने के लिए पहुंचे। श्री माता राणी भटियाणी मंदिर संस्थान की तरफ से कोरोना को लेकर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए नजर आए ।
मुख्य द्वार पर एलईडी से माता के दर्शन:
कोरोना के चलते मंदिर ट्रस्ट की ओर से माता के दर्शनों को लेकर मंदिर के मुख्य दरवाजे पर एलईडी टीवी स्क्रीन लगाई गई । मंदिर ट्रस्ट मैनेजर जेठूसिंह ने बताया कि कोरोना से लगे लॉक डाउन के बाद से मंदिर बन्द है। भक्तो को घर पर ही रहने की ट्रस्ट द्वारा अपील की गई लेकिन भाद्रपद माह की बड़ी तेरस होने के कारण बड़ी संख्या में दर्शनो को लेकर लोग आ रहे है मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा रखी है । बाहर से माता के दर्शन कर सके उसके लिए मंदिर से बाहर टीवी स्क्रीन के जरिए माता की मोहिनी मूर्त के दर्शन करवाए जा रहे । बाहर खड़े रहकर भक्त माता के दर्शन कर सके। मंदिर ट्रस्ट की ओर से माता के दर्शनों को लेकर पहुँचने वालो भक्तो से राज्य सरकार के आदेशों की पालना करने की अपील की।