पंचायत समिति स्तरीय बजरंग पशु वर्तमान मे ऊंटों की तादाद गत वर्ष की अपेक्षा इस साल कम दिखाई दी, मेला प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार करीब 453 पशुओं की आवक रही।
रिपोर्ट: कैलाश गोस्वामी, सिणधरी
सिणधरी(बाड़मेर): बाड़मेर जिले के सिणधरी उपखंड क्षेत्र में रविवार को शुरू हुए बजरंग पशु मेले का आज शनिवार को समापन हुआ। पिछले छ: दिनों से चल रहे बजरंग पशु मेले में मेला प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार करीब 453 पशुओं की आवक रही। वही पशुपालकों की मानें तो इस बार मेले में पशुओं की आवक कम रही। वही बजरंग पशु मेला में शुक्रवार को पशु प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। प्रतियोगिताओं में विभिन्न नस्लों के बैल, घोड़े तथा ऊंट शामिल रहे तो वही जैसलमेरी व सांचोरी ऊंटों का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहा। वही इस दौरान विभिन्न प्रकार की पशु प्रतियोगिता हुई। वही मेले में पशु दौड़ प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन हुआ जिसमें प्रथम द्वितीय व तृतीय रहने वाले पशुओं को चिन्हित कर समारोह में पुरस्कृत किया गया। वही उत्कृष्ट पशु पालकों को नकद पुरस्कार व प्रशंसा पत्र दिए गये।
इस मौके पर निर्णायक कमेटी के विकास अधिकारी सुमेरसिंह ने कहा कि मेले मे वर्तमान मे ऊंटों की तादाद गत वर्ष की अपेक्षा इस साल कम दिखाई दी। वही बताया की ऊंट राज्य पशु है। इसका संवर्धन अति आवश्यक है। इस दौरान मुख्य अतिथि कार्यवाहक विकास अधिकारी सुमेरसिंह ,विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हिमताराम सैन, रमेश चौधरी ग्राम विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक डॉक्टर गणेश हटवार, कैलाश गोस्वामी , सुनगिरी गोस्वामी मेला प्रबन्धक गेनपुरी गोस्वामी, प्रभुसिंह परिहार, जितेन्द्र कुमार, तुलसाराम मेघवाल, रामाराम तरक, निम्बाराम मेघवाल सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
पंचायत समिति स्तरीय बजरंग पशु मेले में मनोरंजन के साधन झूले व सर्कस के अलावा हॉट बाजार सजे धजे रहे जहां लोग जमकर खरीदारी करते नजर आए। वही मेले में पशुपालकों व व्यापारियों की सुविधा देखते हुए चारे-पानी रोशनी व पुलिस का पुख्ता प्रबंध देखने को मिला।