सिवाना(बाड़मेर) सिवाना कस्बे के बिजलिया गांव की सरहद में कुत्तों ने एक नील गाय के बच्चे को घायल कर दिया, कुत्तों ने उस नील गाय के बच्चे को पकड़ कर गांव की ओर लेकर जा रहे थे तब वहां से गुजर रही औरतो ने ग्रामीणों को सूचना दी तो तुरंत बिजलिया गांव के गौ भक्त व वन्य जीव प्रेमी अमरा राम सैन, नारायण राम जीवा राम, रूपा राम, मोड़ा राम, व गोविंद जी सुथार ने मिलकर उस नील गाय के बच्चे को कुत्तों के चंगुल से बचाकर उस घायल बच्चे के इलाज के लिए ग्रामीणों ने वन्य जीव प्रेमी व गौ भक्त श्रीमती शांति देवी पत्नी श्री भागीरथ जी गोदारा को सूचना दी तो वो सूचना मिलते ही वो तुरंत घटनास्थल पर पहुंच कर उस घायल नील गाय के बच्चे के लिए ईलाज की व्यवस्था के लिए शांति देवी ने तुरंत सिवाना पशु चिकित्सक आसुराम चौधरी से बात कर उनको इलाज के लिए तुरंत घटना स्थल पर बुलाकर इलाज की व्यवस्था की तब डॉक्टर घटनास्थल पर पहुंच कर व प्राथमिक ईलाज कर सिवाना वन विभाग में पहुँचाने की व्यवस्था कर सिवाना वन विभाग में पहुँचाया गया।
वहां पर उस बच्चे के ईलाज में जो भी खर्च आएगा वो सब गौ भक्त व वन्य जीव प्रेमी शांति देवी ने वहन करने का काम कर लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आए हैं। गौ भक्त व वन्य जीव प्रेमी शांति देवी गोदारा व गौ भक्त अमराराम सेन हमेशा गौ रक्षा व गौ सेवा के लिए तैयार रहते हैं। इन गौ प्रेमियों के द्वारा प्रत्येक माह की अमावस्या, एकादशी, पूर्णिमा के दिन गायों के लिए हरा चारा व सूखा चारा की व्यवस्था करते हैं। गांव में जहां पर पानी की कमी महसूस होती हैं वहाँ गायो के लिए अपने स्वयं ट्रेक्टर के माध्यम से आवारा पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था करते हैं।