रिपोर्ट: राजेश भाटी
शाइन टुडे न्यूज
समदड़ी /बाड़मेर : समदड़ी निकटवर्ती लालाणा ग्राम पंचायत के सड़ला नाडा स्थित श्री सुभद्रा माताजी व श्री मामाजी महाराज के धाम पर मूर्ति प्रतिष्ठा के छष्ठंम वार्षिक महोत्सव में आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा। आस-पास गांवों के हजारों भक्त-भविकों ने माताजी व मामाजी के दर्शन पूजन कर सुख समृद्धि की कामना की। प्रातः ब्रह्म मुर्हूत में दुर्गा सप्तसती यज्ञ आयोजित हुआ, जिसमें वेदिक मंत्रोचार के बीच लाभार्थी परिवार जनों ने यज्ञ में आहुतियां देकर विश्व शांति व क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
अलसवेरे से ही श्रद्धालुओं का दर्शनार्थ मंदिर आने का सिलसिला आरम्भ हुआ, जो दिन चढ़ने के साथ बढ़ता गया। दूर-दराज गांवों से हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंच कर माताजी व मामाजी महाराज के धोक लगाई तथा खुशहाली व अमन चैन की कामना की। प्रातः शुभ वेला मे आयोजित यज्ञ में आचार्य अन्नू महाराज के निर्देशन में विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोचार के बीच लाभार्थी परिवारजनों ने आहुतियां देकर विश्व शांति की कामना की। यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद मंदिर शिखर पर लाभार्थी परिवारजनों ने ध्वजाएं चढ़ाकर धर्म लाभ प्राप्त किया।
संत-महात्माओं के सानिध्य में हुआ धर्मसभा का आयोजन
महोत्सव के दौरान मेला पंडाल मे धर्मसभा का आयोजन हुआ। धर्मसभा में साधु-संतों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन दिए। बनासकांटा के सत्यनारायण महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि आधुनिक समय में धर्म व गौ रक्षा की महती आवश्यकता है। साथ ही बढ़ती नशे की प्रवृति भी सुसंस्कृत समाज के विकास मे बड़ा बाधक है। उन्होंने कहा कि नशे की लत से युवाओं को दूर रहने की सख्त जरूरत है। साथ ही उन्होंने बुजुर्गों से युवापीढ़ी को नशे के लिए मजबूर नही करने का भी आव्हान किया। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए संस्कारों के संरक्षण की जरूरत है।
महाराज ने युवाओं से आधुनिक रीति रिवाज के साथ परंपरगत संस्कारों को भी जीवित रखने का आव्हान किया। उन्होंने एक घर-एक गौ माता पालन की बात कही विधायक हमीरसिंह भायल ने अपने प्रवचन में कहा कि सुसंस्कृत समाज के लिए शिक्षा की महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा की शिक्षा ही जीवन है ओर विशेषकर बालिका शिक्षा का संदेश जेहन मे उतारने की जरूरत है। उन्होंने कुरीतियों को भी त्यागने का आव्हान किया।
श्री सुभद्रा माताजी व मामाजी महाराज धाम सड़लानाडा के गादीपति एवं श्री निम्बेश्वर हाथीबंद महादेव मठ खारवा-जेठन्तरी के मठाधिपति महंत भुवनेश्वरपुरी महाराज ने कहा कि वर्तमान युग में धर्म व संस्कारों और गौ सेवा से युवा पीढ़ी विमुख है। ऐसे में धर्म की रक्षा के लिए धर्म, वैदिक कर्म के प्रचार-प्रसार की जरूरत है। साथ ही गौ माता की रक्षा के लिए युवा पीढ़ी को आगे आना पड़ेगा। धर्मसभा में झूंपामठ समदड़ी के मृत्युंजपुरी महाराज उमरलाई महंत रामानंद सरस्वती महाराज, राजेश्वर आश्रम पारलू के मीठा महाराज, देवलियाली मठ के महामंडलेश्वर जगदीशदास महाराज सहित कई साधु-संतों का सानिध्य मिला।
सुसंस्कारित शिक्षा की जरूरत-
महोत्सव मे सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने कहा कि आज के वर्तमान समय में सुसंस्कारित शिक्षा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज गौ माता के संरक्षण का दायित्व लेने की जरूरत है कांग्रेस खनिज प्रकोष्ठ प्रदेश महासचिव पंकज प्रताप सिंह कहा कि आज हमारी संस्कृति हमारी पहचान है हमारी संस्कृति हमारी धरोहर जो आज राजस्थान बाड़मेर जिले में देखने को मिल रही है वही ऐसे मंदिर पर कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है जो हमारी संस्कृति को जीवित रख रहे हैं वह आने वाली पीढ़ी में संस्कारों का मान और सम्मान मिलता है और संस्कार मिलते हैं जो यह अत्यंत जरूरी है वे पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी ने भी संबोधित किया कई गणमान्य नागरिकों व जन प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।
सुर सरिता में रातभर गोते लगाते श्रद्धालु-
वार्षिक महोत्सव को लेकर रविवार रात्रि में लोकप्रिय भजन गायकों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। क्षेत्रीय भजन गायकों ने भजन संध्या का आगाज गणपति वंदना से किया। उन्होंने गुरु महिमा सहित विभिन्न देवी देवताओं के जीवन पर आधारित भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को भोर तक बांधे रखा। शिवपुरी गोस्वामी, धनपुरी गोस्वामी, श्रवणदास, दिनेश वैष्णव,व देवेन्द्र देवासी भंवर गायणा पदम सिंह सरवड़ी ने विभिन्न देवी-देवताओं के जीवन पर आधारित मनमोहक भजनों की प्रस्तुति देकर वाह-वाही लूटी। इस सिवाना प्रधान मुकनसिंह राजपुरोहित ठाकुर भंवर सिंह चंपावत हेमाराम चौधरी सरपंच जालम सिंह सरपंच मगनाराम पारलू प्रवीण सिंह उमरलाई नरपत सिंह उमरलाई हनुमाना राम चौधरी भैराराम तरक जुहाराराम दिलीप भाटी जगदीश सेन हजारों भक्त-भाविक मौजूद थे। संचालन राजू माली ने किया।