जिले में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिये ऑक्सीजन एवं आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है: मंत्री शाले मोहम्मद
जैसलमेर/ पोकरण: अल्पसंख्यक मामलात, वक़्फ़ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में कोरोना रोकथाम के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान जैसलमेर जिले में कोरोना के मरीजों, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सीएचसी में बेड की स्थिति, ऑक्सीजन, जिले में आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने अवगत कराया। बैठक में मंत्री ने कहा कि कोरोना के गंभीर मरीजों को रेमडीसीवीर इंजेक्शन लगाएं, एवं मरीज को बताएं कि रेमडीसीवीर इंजेक्शन लगा दिया है। इससे मरीज का आत्मबल बढ़ जाता है। पिछले कुछ मामलों में ऐसा पाया गया है कि जिन मरीजों को पता था कि उन्हें रेमडीसीवीर लग गए हैं वो जल्दी ठीक हो गए। जिनके इंजेक्शन तो लगे लेकिन उन्हें पता नहीं था ऐसे मरीजों को नुकसान हुआ है। इस विकट स्थिति में जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने फर्ज को बेहतर तरीक़े से अंजाम दिया है। जिले में कोरोना कंट्रोल में है। नए केस कम आ रहे हैं। यह सुखद खबर है। विशेषज्ञों द्वारा तीसरी लहर की संभावना जताई गई है। उससे निपटने के लिए एहतियातन तैयारियां पूरी रखनी है। अब आवश्यक दवाइयों, रेमडीसीवीर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की कमी नहीं है। भामाशाहों द्वारा ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर भेंट किए गए हैं। ऑक्सीजन जनरेशन के प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। अस्पतालों को सुदृढ़ करने के लिए संसाधनों को बढ़ाया जा रहा है। इससे जिले की जनता को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं मुहैया हो पाएंगी। बैठक में कलेक्टर आशीष मोदी, एडीएम हरिसिंह मीणा, पीएमओ डॉ वी के वर्मा, सीएमएचओ डॉ कमलेश चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डोर टू डोर सर्वे को अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश: कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में डोर टू डोर सर्वे को और अधिक मजबूत करें। ताकि ग्रामीण क्षेत्र में मरीज की स्थिति बिगड़ने से पहले ही कोरोना के लक्षण के आधार पर उसकी जांच एवं दवाइयां शुरू की जा सके। इससे मरीज को समय पर इलाज उपलब्ध होने पर मौतें कम होगी। उन्होंने कहा कि सर्वे में लगी टीमें सही काम कर रही है, टीमों को बढाने एवं मजबूत करने से सर्वे का कार्य समय पर पूरा होगा।
ऑक्सीजन, दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध: कोरोना के मरीज़ों को अधिक आवश्यकता ऑक्सीजन की पड़ती है। जिले में ऑक्सीजन के नए प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। भामाशाहों के माध्यम से ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेटर बड़ी मात्रा में उपलब्ध हुए हैं। अब ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की मौत नहीं होगी। उन्होंने जिला अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा मरीजों को देने के निर्देश भी दिए। वहीं बताया कि रेमडीसीवीर इंजेक्शन एवं आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है, मरीजों को किसी प्रकार की कमी नहीं आएगी।