"पानी नही तो वोट नही" के आन्दोलन को लेकर सिवाना कस्बे के 36 कौम के मौजिज लोगो द्वारा एक संघर्ष समिति का गठन किया गया है । जिसके बैनर तले अंहिसात्मक रूप से नहरी पानी की मांग को लेकर सिवाना कस्बे के बस स्टैंड से उपखंड कार्यालय तक लोगों ने मौन रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया दिया।
शाइन टुडे @ सिवाना न्यूज: सिवाना कस्बे में लंबे समय से पानी की समस्या से जूझते ग्रामीणों का आखिरकार धैर्य टूट गया, समस्या समाधान के लिये ग्रामीणों ने सोसियल मीडिया पर "पानी नही तो वोट नही" के नाम से मुहिम के अनुसार कस्बे के बस स्टैंड पर बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार के हाथों ज्ञापन दिया।
बैठक में उपस्थित छतीस कौम के लोगों द्वारा संघर्ष समिति का गठन किया गया। वही कमेटी के निर्णय के अनुसार आमजन द्वारा आज सोमवार को उपखंड अधिकारी के नाम पानी की समस्या के समाधान हेतु ज्ञापन दिया। ज्ञापन में प्रशासन को 15 दिन में समस्या समाधान हेतु समय सीमा दी गयी है, इस दौरान प्रशासन द्वारा कोई हल नहीं होने की स्थिति में कस्बे में अनिश्चितकालीन कस्बा बंद व धरना प्रदर्शन कर पंचायती राज चुनाव का बहिष्कार करने की बात कही।
बाडमेर जिले में सिवाना कस्बे में करीब 5 वर्षों से पानी की किल्लत बनी हुई है । सिवाना क्षेत्र विधान सभा क्षेत्र होने के साथ ही उपखण्ड मुख्यालय है । जहा करीब 40,000 से अधिक की आबादी है । फिर भी सिवाना क्षेत्र में पानी की मूलभूत समस्या बनी हुई है । वही ज्ञापन में बताया की क्षेत्र का भूजल स्तर रसातल पंहुच जाने के कारण जलदाय विभाग , सिवाना द्वारा खुदवाई हुई सभी टयूबवेलो में पानी का स्तर लगभग समाप्त हो गया है । वर्तमान सर्दी के मौसम होने के बावजूद भी महिने में सिर्फ एक दो बार ही पानी की सप्लाई दी जाती है । जो दैनिक उपयोग के लिए अपर्याप्त है। जनता द्वारा विभाग को अपनी समस्या बताने पर विभाग के कर्मचारियो / अधिकारियो का कहना है कि क्षेत्र में पानी नही है । हम कहा से उपलब्ध करवाए ।
वही ग्रामीणों ने बताया की वर्ष 2003 में स्वीकृत पोकरण -फलसूण्ड- बालोतरा - सिवाना परियोजना का पानी आज दिन तक करोडो रूपये व्यय होने के बावजूद सिवाना कस्बे तक नहीं पंहुचा है । जबकि महज सिवाना से 10 किलो मीटर दूर तक पाईपलाईन बिछी हुई है। वही सिवाना क्षेत्र के पादरडी कल्ला में जल संग्रहण के लिए जल संग्रहण ग्रह का कार्य प्रारम्भ हुआ था, जो विगत करीब 01 वर्ष से बन्द है । जिस कारण पानी के संग्रहण के लिए कोई समुचित उपाय नही है । सरकार द्वारा जारी स्वीकृत पोकरण - फलसूण्ड-बालोतरा - सिवाना परियोजना का विधिवत कार्य शीघ्र पूर्ण कर , सिवाना कस्बे वासियो को राहत प्रदान करवाने की बात कही। साथ ही बता की जब योजना का कार्य पूर्ण नही हो तब तक के लिए वैकल्पिक रूप परियोजना से छोटी पाईप लाईन लगाकर कस्बे तक पानी की आपूर्ति की जायें । ताकि अस्थाई रूप से समस्या का समाधान हो सके ।
अनिश्चितकालिन आन्दोलन किया जाएगा: संघर्ष समिति के सदस्यों ने आज ज्ञापन में बताया कि
सरकार / प्रशासन ओर विभाग द्वारा कस्बे में पानी की समस्या को लेकर 15 दिवस के भीतर परियोजना का नहरी पानी सिवाना कस्बे तक पंहुचावे । अन्यथा अनिश्चित कालिन सिवाना कस्बा बन्द व धरना प्रर्दशन व आगामी पंचायती राज चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी प्रशासन की रहेगी।