आईएफडब्ल्यूजे का पहला पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित
ग्रामीण पत्रकारिता चुनौतिया-समाधान विषय पर पर बेबाक बोले पत्रकार पत्रकारिता की रूह है ग्रामीण पत्रकार-बहुगुणा
बाड़मेर 15 दिसम्बर। शहरों की पत्रकारिता प्रतिस्पर्धा है,सूचनाओं का आदान प्रदान हैं जो सूचना देने वाले के हितों से सम्बधित रहती है। असली पत्रकारिता गांवों,खेतो और गरीब गुरबो के लिए की जाए तो ही है। ये बात उतराखण्ड से आएं मुख्य वक्ता राजीव नयन बहुगुणा ने इंडियन फैडरेषन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट्स शाखा बाड़मेर द्वारा होटल कैलाष इन्टरनेषनल में संगोष्ठी एवं अभिनन्दन समारोह में कही। कार्यक्रम में बोलते हुए बहुगुणा ने कहा कि सच्चाई बोलने के लिए हमेशा हिम्मत रखें और लिखतें रहे। उन्होने कहा कि पुस्तकों का ज्ञान ही सही मायने में ज्ञान है। मोबाईल पर टाइप कर खोजी गई सूचनाएं पुख्ता नही होती। अपने 45 वर्ष के राजस्थान, बिहार, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड,झांरखण्ड,दिल्ली में पत्रकारिता के अनुभव के आधार पर उन्होने अपनी बेबाकी से बात रखते हुए संघर्षषील पत्रकारिता करने का आहावान किया।
ग्रामीण पत्रकारिता चुनौतिया-समाधान विषय पर बोलते हुए आईएफडब्ल्यूजे के प्रदेषाध्यक्ष उपेन्द्रसिंह राठौड़ ने कहा कि आईएफडब्ल्यूजे लगातार पत्रकारों के हितो के लिए संघर्ष कर रही है। उन्होने कहा कि वर्तमान में देषभर में 30 हजार से अधिक पत्रकार इस संस्था में अपनी भागीदारी निभा रहे है। उन्होने कहा कि ग्रामीण पत्रकार ही वास्तव में शहरी पत्रकारिता को चला रहा है। राठौड़ ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए इसकी निरन्तरता कायम रखने की अपील की। उन्होने कहा कि बाड़मेर के आयोजन को राजस्थान के पत्रकारों के लिए मिषाल बताया। उन्होने इस पहल के लिए बाड़मेर ईकाई को धन्यवाद दिया। इससे पहले स्वागत भाषण में प्रदेष कार्यसमिति के सदस्य सबलसिंह भाटी पत्रकारों का स्वागत करते हुए पत्रकारांे के एक जुट रहकर कार्य करने और ग्रामीण पत्रकारों के हितो की रक्षा करने के लिए सहयोग करने की बात कही। उन्होने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम लगातार संस्था द्वारा किये जायेगंे ओर शहर के साथ-साथ ग्रामीण पत्रकारांे को आगे लाकर उनका सम्मान करेंगी। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेष कार्यकारणी के सदस्य दुर्गसिंह राजपुरोहित ने पत्रकारिता-चुनौतियां एवं समाधान विषय पर संगोष्ठी के आयोजन पर प्रकाष डालते हुए कहा कि बीते कुछ वर्षाे में पत्रकार विभिन्न कारणो से अलल-अलग वर्गो के निषाने पर रहे है,जिससे पत्रकारों के फिल्ड में कार्य करने से लगाकर स्वस्थ पत्रकारिता समाज तक पहुंचाने में दिक्कते आ रही थी। ऐसे हालातो के चलते मिल बैठकर चिन्तन करना आवष्यक हो गया था और यही इस आयोजन का मुख्य उद्देष्य है। कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि रहे खंगारसिंह सोढा ने कहा कि जिस तरह देष के जवान वर्दी में बन्दुक के साथ रक्षा करते है उसी तरह सिविल में पत्रकार कैमरें के साथ मुस्तेद नजर आते है। ये पीडित के द्वार पर जाकर उनकी समस्या सुनते है और समाधान भी करने का प्रयास करते है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार पवन जोषी,रतन दवे,कन्हैयालाल डलोरा ने इस पहल को सार्थक बताते हुए इस तरह के आयोजनो की जरूरत बताई। रतन दवे ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए भाषा एवं स्वयं शैली को सुधारने की बात कही।
इनका हुआ सम्मान: आयोजन समिति ने बताया कि संगोष्ठी के पश्चात बाड़मेर जिले के वरिष्ठ पत्रकार पवन जोशी, धर्मसिंह भाटी, मदन बारूपाल, मुकेश मथराणी ,जितेन्द्र खारवाल एवं दिनेष बोहरा का उनकी सराहनीय पत्रकारिता के लिए मुख्य वक्ता राजीव नयन बहुगुणा, प्रदेषाध्यक्ष उपेन्द्रसिंह राठौड़, खंगारसिंह सोढा, सबलसिंह भाटी, दुर्गसिंह राजपुरोहित,जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार बोथरा द्वारा उनका अभिनन्दन किया गया। अन्त में जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार बोथरा ने कहा कि बाड़मेर ईकाई की ओर से पहला प्रयास किया गया है अब हम सब को मिलकर ये चिन्तन करना है कि हमें ऐसे आयोजनों की आवष्यता है कि नही। बोथरा ने अल्प समय के निमन्त्रण पर सभी पधारें उसके लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन षिक्षाविद्ध डाॅ बीडी तातेड़ ने किया गया। कमेटी द्वारा उनका बहुमान किया गया।