संविधान दिवस पर गुरुकुल में बच्चों को मिष्ठान वितरण किया गया
सिवाना(बाड़मेर): सिवाना के समीपवर्ती मेली गांव में स्थित गुरुकुल विद्या मंदिर में संविधान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। संविधान दिवस पर प्रधानाचार्य मोहन लाल पांचाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए संविधान के मूल्यों, आदर्शों एवं मुख्य बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी । साथ ही बताया की दुनिया का सबसे बड़ा संविधान हमारे देश हैं। वही कहा की भारत के संविधान निर्माता के रूप में डॉ. भीमराव अम्बेडकर को जाना जाता है। इन्होंने भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया है। यह दुनिया के सभी संविधानों को परखने के बाद बनाया गया। इसे विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद हैं। यह हस्तलिखित संविधान है, ओर इसमें 48 आर्टिकल हैं। इसे तैयार करने में दो साल ग्यारह महीने और अठारह दिन का वक्त लगा था। वही बताया कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा को सौपा गया और 26 नवंबर 1950 को इसे लागू किया गया। जिसको हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाते है।
वही कार्यक्रम के दौरान समस्त छात्र-छात्राओं को संविधान की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में स्टाफ व छात्र-छात्राओं ने भी संविधान पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को मिष्ठान वितरित किया गया।