मनमोहक गैर नृत्य की प्रस्तुतियों के साथ सम्पन्न हुई
जत्था गैर लोक नृत्य कार्यशाला।
- सिवाना उपखंड क्षेत्र के मोतीसरा गांव में पांच दिवसीय चल रहे जत्था गेर लोकनृत्य कार्यशाला का सोमवार को पांचवें दिन समापन हुआ।
सिवाना (बाड़मेर)सिर पर साफा चेहरे पर मास्क, हाथो मे सेटिया(डांडिया) ओर पेरों मे घुघंरू ढोल की ढंकार और थाली की मधुर झणकार से मोहित होकर नाचते थिरकते गैरियो का ऐसा ही मन महोक दृश्य था।
सिवाना के निकटवर्ती गांव मोतीसरा गांव के केराली जोगमाया मन्दिर प्रांगण मे यहां चल रही सस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के उत्तर मध्य क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र प्रयागराज निर्देशन इन्द्रजित सिंह ग्रोवर की पहल से लोक कलाकारों के सहायता जत्था और नृत्य सरक्षण सम्बन्ध हेतू लोकपर्व लोकस्वर श्रंखला के तहत 9 से 13 जत्था गेर नृत्य लोकनृत्य कार्यशाला का आयोजन हुआ जो सोमवार को गेर नृत्य कि ग्राम्य सस्कृति ओत-प्रोत प्रस्तुतियों के साथ सम्पन्न हुआ ।
पांच दिवसीय कार्यशाला मे स्थानीय युवाओं को गेर नृत्य हुनुर सिखाने और कोविड 19 को एडवाइजर की पालना के साथ कार्यक्रम का शानदार आयोजन करने पर प्रख्यात गैर नृत्य तगाराम मेघवाल का अभिनंदन किया इस दौरान तगाराम ने प्ररीक्षक और नृतकों का आभार जताया । इस अवसर पर पूर्व व्याख्याता केशाराम बामणिया ,मोतिसरा डाबली संरपच फतेह सिंह ,व्याख्याता मांगीलाल ,शिक्षाविद मुरास्दान चारण, समाजसेवी जोधाराम आदि कई जने मौजूद थे।